प्राकृतिक धरोहर को सहेजा रीको ने, वृक्षों को दी नई जमीन और नया जीवन

 – संचित माथुर –

जयपुर। राजस्थान में औद्योगिक विकास को हरित संतुलन के साथ आगे बढ़ाने की दिशा में रीको ने एक सराहनीय पहल की है। रीको द्वारा बी टू बायपास टोंक रोड स्थित औद्योगिक क्षेत्र में करीब 20,700 स्कवायर मीटर भूखण्ड पर यूनिटी मॉल विकसित किया जा रहा है। इस भूखण्ड पर चिलाई, नीम एवं बबूल के लगभग 48 पेड़ तथा 10 खेजड़ी के पेड़ हैं। इनमें से जिला प्रशासन जयपुर के अनुमोदन पश्चात् नगर निगम (ग्रेटर) की सहायता से हटाये गये 48 नीम, चिलाई और बबूल के वृक्षों का सुरक्षित प्रत्यारोपण रीको ने जयपुर प्रताप नगर स्थित प्रताप पार्क, अजय पार्क एवं गणपतपुरा श्मशान में कर दिया है। इसके अतिरिक्त 10 खेजड़ी के वृक्षों को रोपित किये जाने की नई जगह का चयन रीको जयपुर नगर निगम के सहयोग से करेगा।

जयपुर में हुई मानसूनी बारिश से इन वृक्षों पर फूटी नई कोपलों ने रीको के इस कार्य को सफल साबित कर दिया है। ये वृक्ष पूरी तरह हरे-भरे हो जाएं तब तक रीको द्वारा इनकी उचित देखभाल की जायेगी।

यूनिटी मॉल परियोजना के भूखण्ड से विस्थापित किये जाने वाले 58 पेड़ों की एवज में रीको इससे लगभग 10 गुना पेड़ लगाएगा जिसमें नीम, गुलमोहर, जामुन एवं शीशम इत्यादि शामिल हैं। यह पेड़ उसी औद्योगिक क्षेत्र (बीटूबायपास) में लगाये जायेंगे जिसमें यूनिटी मॉल परियोजना विकसित की जा रही है। इन पेड़ों के अलावा भी रीको यूनिटी मॉल की प्रोजेक्ट साइट पर करीब 250 पेड़ और लगायेगा जिसमें अफरीकन ट्यूलिप, ब्राजीलियन केसिया, नीम, शीशम और कदम्ब इत्यादि शामिल हैं।

रीको की यह प्रतिबद्धता दर्शाती है कि औद्योगिक विकास के साथ वह पर्यावरणीय संतुलन बनाए रखने को लेकर भी पूरी तरह सतर्क है। प्रत्येक वर्ष रीको द्वारा स्वयं अथवा औद्योगिक एसोसिएशंस के माध्यम से लाखों पौधे लगाए जाते हैं। इस वर्ष भी पूरे राजस्थान स्थित विभिन्न औद्योगिक क्षेत्रों में लगभग पांच लाख पौधारोपण का लक्ष्य निर्धारित किया गया है।

गौरतलब है कि जयपुर में बनाया जा रहा यूनिटी मॉल केंद्र एवं राज्य सरकार की महत्वपूर्ण महात्वाकांक्षी योजना के तहत विकसित किया जा रहा है जिसका उद्देश्य स्थानीय उत्पादों को बढ़ावा देना और स्थानीय कारीगरों को विपणन का मंच उपलब्ध कराना है। मेक इन इंडिया एवं एक जिला एक उत्पाद की अवधारणा यूनिटी मॉल के निर्माण से साकार हो सकेगी। इसके माध्यम से जीटेग मिल चुके उत्पादों से जुड़े ग्रामीण परिवेश के मध्यम एवं छोटे उद्यमियों को अपने उद्यम को चलाने एवं बढ़ाने के लिये नया मंच मिलेगा।

रीको प्रबंध निदेशक श्रीमती शिवांगी स्वर्णकार ने बताया कि राज्य के हर औद्योगिक क्षेत्र के विकास के साथ-साथ वहां की हरियाली एवं पर्यावरण संतुलन को भी प्राथमिकता दी जाती है। रीको पर्यावरण संरक्षण के प्रति भी पूर्णतया सचेत है और पर्यावरण के प्रति अपनी प्रत्येक जिम्मेदारी निभाने की ओर अग्रसर है। प्रत्येक औद्योगिक क्षेत्र हरा-भरा हो, इसके लिये प्रतिवर्ष बड़ी संख्या में पौधारोपण किया जाता है और उन पौधों की देखभाल भी जाती है। यूनिटी मॉल की प्रस्तावित जगह से वृक्षों का सफल प्रत्यारोपण किया गया है और उनकी देखरेख के लिये आवश्यक दिशानिर्देश भी दिये गये हैं।

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