सूर्यग्रहण के बाद आएगी कोरोना और अन्य महामारियों में कमी

अंकित राठौड़
डिवाइन स्टार, देहरादून।

जयपुर। इस समय पूरी दुनिया कोरोना वायरस के साथ साथ और भी कई प्रकार की वैश्विक महामारियों के प्रकोप से जूझ रही है. इस दौरान पूरा विश्व यही जानने के लिये परेशान है कि कोरोना वायरस और अन्य त्रासदियों का अंत कब तक हो पायेगा। कोरोना वायरस से लगातार देश में संक्रमितों की संख्या बढ़ती जा रही है। कोरोना वायरस की दवा बनाने के लिए विश्व के वैज्ञानिक लगे हुए है. वहीं, अब लोग धर्मशास्त्र में इस महामारी से निपटने का उपाय खोज रहे है। ज्योतिषियों का दावा है कि हमारे हिंदू पंचांग और वैदिक ज्योतिष में साफ-साफ लिखा है कि 2020 में किसी विषाणु जनित महामारी का प्रकोप होगा और वह सच भी साबित हो गया है। अब कोरोना वायरस गांवों में भी तेजी से अपना पैर पसार रहा है।

डिवाइन स्टार के ज्योतिष अंकित राठौड़ के अनुसार कोरोना महामारी की शुरुआत दिसंबर 2019 में सूर्य ग्रहण लगने के बाद से हुई है। वहीं, इसका प्रकोप 21 जून 2020 तक, जो कि 2020 का पहला सूर्य ग्रहण पड़ेगा तब तक जारी रहेगा। वहीं, धर्मशास्त्र के अनुसार 21 जून को लगने वाले सूर्यग्रहण के बाद इसका स्तर घटने लगेगा। वहीं, इस साल का दूसरा सूर्य ग्रहण 12 दिसंबर 2020 को लग रहा है. ज्योतिष के अनुसार 12 दिसंबर को सूर्य ग्रहण लगने के बाद कोरोना वायरस का अंत माना जा रहा है। ज्योतिषी अंकित राठौड़ कहते है कि ज्योतिष शास्त्र के अनुसार जब भी सूर्य, दो सूर्य ग्रहण के अंतराल में होते है, वह विनाश लाते है। जो व्यापिक स्थितियां पहले सूर्य ग्रहण के कारण शुरू हुई थी उसमें दूसरे सूर्य ग्रहण के बाद कमी आती है।

21 जून 2020 को जो सूर्य ग्रह होगा, उससे देश तथा विदेश में आ रही समस्याओ में धीरे – धीरे कमी आएगी। 15 जून 2020 से 21 जून तक का समय कष्ठदायक है, इस बीच एक बड़े भूकंप की आशंका है। लेकिन 15 अगस्त के बाद कोरोना और बाकि व्यापिक त्रासदियों में कमी देखी जाएगी यह निश्चित है। परन्तु 15 अगस्त के बाद सीमा पार के क्षेत्रों में हलचल बढ़ती देखी जाएगी, जो की सितम्बर तक के लिये एक ग्रहयुद्ध या पडोसी देश से युद्ध से किसी तरह के संकेत देता है।

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