माइंस फील्ड अधिकारी रेवेन्यू संग्रहण के लिए एग्रेसिव रणनीति अपनाएं-श्री टी. रविकान्त

15 मार्च तक 22.58 प्रतिशत विकास दर के साथ 8350.75 करोड़ राजस्व जमा, बनेगा नया रेकार्ड
गत वित्तीय वर्ष से 890.27 करोड़ अधिक वसूल, राजस्व वसूली की होगी दैनिक मोनेटरिंग
सभी संभावित राशि की वसूली के समन्वित प्रयास करने के निर्देश
जयपुर। प्रमुख सचिव माइंस एवं पेट्रोलियम श्री टी. रविकान्त ने वित्तीय वर्ष की समाप्ति को देखते हुए अधिकारियों को रेवेन्यू संग्रहण के लिए एग्रेसिव रणनीति अपनाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि विभाग को राजस्व संग्रहण का नया कीर्तिमान स्थापित करने के लक्ष्य के साथ आगे बढ़ते हुए राजस्व प्राप्ति के संभावित सभी विकल्पों पर काम करते हुए राज्य सरकार को देय राजस्व की वसूली करनी है। माइंस विभाग द्वारा 15 मार्च तक 22.58 प्रतिशत विकास दर के साथ 8350 करोड़ 75 लाख का राजस्व संग्रहित कर लिया है जो अब तक का नया कीर्तिमान है।
प्रमुख सचिव माइंस श्री टी. रविकान्त मंगलवार को खनिज भवन में विभाग के फील्ड अधिकारियों से वर्चुअली रुबरु हो रहे थे। उन्होंने कहा कि माइंस विभाग राज्य सरकार का राजस्व संग्रहण का प्रमुख विभाग है ऐसे में राजस्व वसूली के समग्र प्रयास करने होंगे। माइंस विभाग द्वारा वित्तीय वर्ष 2023-24 में 7460करोड़ 48 लाख का राजस्व प्राप्त किया था जबकि चालू वित्तीय वर्ष 2024-25 में 15 मार्च तक 890 करोड़ 27 लाख रुपए अधिक वसूली की जा चुकी है।
श्री रविकान्त ने पुरानी बकाया, चालू बकाया, अपफ्रंट पेमेंट राशि, प्रीमियम राशि, अवैध खनन गतिविधियों की बकाया राशि, आरसीसी-ईआरसीसी ठेकों, एमनेस्टी योजना, लीज धारकों से रॉयल्टी राशि सहित सभी बकाया की वसूली के लिए ठोस प्रयास करने के निर्देश देते हुए कहा कि वसूली प्रयास परिलक्षित भी होने चाहिए। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार द्वारा राजस्व वसूली की दैनिक मोनेटरिंग की जाएगी और राजस्व संग्रहण में किसी तरह की कोताही बर्दाश्त नहीं होगी।
निदेशक माइंस श्री दीपक तंवर ने न्यायालयों से वसूली स्थगन नहीं होने वाले प्रकरणों में वसूली की जाए। उन्होेंने कहा कि राजस्व संग्रहण का नया कीर्तिमान बनाने के लिए चिन्हित कर लक्ष्यित राशि की वसूली की जाए।
संयुक्त सचिव माइंस श्रीमती आशु चौधरी ने कहा कि विधानसभा प्रश्नों के उत्तर प्राथमिकता से भिजवाने, जांच प्रकरणों पर तेजी से कार्रवाई करने, विभागीय पदोन्नति समिति की बैठकें आयोजित करने सहित बकाया प्रकरणों केे समयवद्ध निस्तारण किया जाये।
राजस्व संग्रहण में लक्ष्यों के विरुद्ध एसएमई सर्कल में जयपुर आगे चल रहा है वहीं राशि के अनुसार भीलवाड़ा ने सर्वाधिक राजस्व संग्रहित किया है।
बैठक में अतिरिक्त निदेशक श्री एमपी मीणा, श्री महेश माथुर, श्री पीआर आमेटा, श्री वाईएस सहवाल, वित्तीय सलाहकार श्री गिरिश कछारा, ओएसडी श्रीकृष्ण शर्मा, एसजी श्री सुनील वर्मा, एसएमई श्री एनएस शक्तावत, श्री जय गुरुबक्सानी, श्री एसपी शर्मा, श्री देवेन्द्र गौड, श्री अविनाश कुलदीप, श्री सतीश आर्य, श्री सुनील शर्मा, श्री एनके बैरवा, श्री अनिल खमेसरा व फील्ड के एमई और एएमई स्तर के अधिकारियों ने हिस्सा लिया।