बिजली तंत्र पूरी तरह से फेल, लेकिन सरकार चर्चा तक नहीं कराना चाहती : जूली

प्रदेश में बढते तापमान से बढेगा बिजली संकट।

जयपुर, 22 मार्च। राजस्थानविधान सभा के नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने कहा कि प्रदेश में बढता पारा प्रदेश की जनता के लिये बिजली संकट को बढायेगा। उन्होंने कहा कि हाल ही में बढते तापमान के कारण प्रदेश में बिजली की मांग तेजी से बढेगी, लेकिन मांग के अनुरूप बिजली की उपलब्धता नहीं होने के कारण राजस्थान प्रतिवर्ष बढी ही कीमत पर दूसरे राज्यों से बिजली खरीदता है। तापमान बढने के साथ ही उर्जा विभाग द्वारा व्यवस्था करने में विफलता के कारण उपभोक्ताओं के लिये विद्युत की कमी हो सकती है, जिससे किसान और घरेलू उपभोक्ताओं के साथ ही औद्योगिक उत्पादन पर भी काफी असर पडेगा।

जूली ने कहा कि राजस्थान देश के उन राज्यों की सूची में शामिल है, जहां औद्योगिक श्रेणी की बिजली दर अपेक्षाकृत ज्यादा है। पडोसी राज्य गुजरात की तुलना में यहां करीब 3 रूपये यूनिट तक ज्यादा महंगी बिजली मिल रही है। राइजिंग राजस्थान को लेकर अतिउत्साहित होने वाली सरकार को वस्तुस्थिति से रूबरू होना चाहिए। उन्होंने कहा कि कहीं ऐसा न हो कि पड़ोसी राज्यों से महंगी बिजली की वजह से निवेशक मुंह मोड लें। बढती मांग और आपूर्ति के बीच अन्तर बढेगा और बिजली की हाईवोल्टेज डिमाण्ड के बीच फॉल्ट, ट्रिपिंग और वोल्टेज की दिक्कतें लोगों को परेशान करेंगी।
प्रतिपक्ष के नेता टीकाराम जूली ने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि प्रदेश में बिजली की हालत बहुत खराब है और सरकार की कोई तैयारी नहीं है। वह अकर्मण्य और लापरवाह बनी हुई हैं। अपनी विफलता का दोष कांग्रेस सरकार पर मढने के अलावा इस सरकार के पास कोई कार्ययोजना नहीं है।

जूली ने कहा कि विधान सभा का सत्र चल रहा है और प्रतिपक्ष द्वारा लगातार बिजली पर चर्चा की मांग की जा रही है, लेकिन सरकार बहुमत की ताकत पर विपक्ष की आवाज को दबाने का काम कर रही है। सरकार का ध्यान आकर्षित किये जाने के बावजूद सरकार बिजली पर चर्चा नहीं करवाना चाहती है, अपनी कमजोरी और विफलता को छिपाने के लिये सदन से भागने की तैयारी कर चुकी है।

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