जोधपुर के पंकज बागरेचा ने कोरोना वारियर्स की मेहनत और घरों में रहने वालों की हिम्मत पर बनाया वीडियो, 12 बॉलीवुड और टेलीविजन सेलिब्रिटीज ने की अपील

पूरी दुनिया कोरोना की वजह से थमी हुई हैं। सडक़ें वीरान हैं और गलियां सूनी पड़ी हैं। लॉकडाउन की वजह से सब घरों में हैं लेकिन कोरोना वारियर्स मुस्तैदी से ड्यूटी कर रहे हैं ताकि कोरोना को हराया जा सके। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी कहा है कि सिर्फ जरूरी काम हो तो ही बाहर निकलें यानि कोरोना से देश को बचाना है तो हमें घर में ही रहना होगा। इस समय घर पर रहना ही देश प्रेम है। इसी भावना को सुंदर गीत के जरिए पेश किया है फिल्म, टीवी और संगीत की दुनिया से जुड़े जोधपुर निवासी पंकज बागरेचा ने।

मुबंई। प्रोड्यूसर पंकज बागरेचा की ओर से बनाए गए इस मधुर गीत में देश की जानी-मानी 12 टीवी और बॉलीवुड सेलिब्रिटीज ने स्क्रीन पर आकर अपील की कि आज घरों में रहना ही देश प्रेम है और इसके लिए खुद ही नहीं, सबको साथ लेकर चलना होगा। इस वीडियो में एक्टर ऐश्वर्या सखुजा, अली असगर, दीपिका सिंह गोयल, हुसैन कुवाजरेवाला, करणवीर बोहरा, निशांत मलकानी, रोहित राज गोयल, शरद मल्होत्रा, टीना कुवाजरेवाला, टेरेंस लेविस, और विपुल राय शामिल हैं।पंकज ने बतायाए यह वीडियो उन कर्तव्यपरायण लोगों को समर्पित किया गया है जो इस भयावह बीमारी में भी ड्यूटी कर रहे हैं। ये न अपनों की चिंता कर रहे हैं न अपनी जान की परवाह। ये बस इसी मुहिम में लगे हैं कि कोरोना को किस तरह हराया जाए। इनकी इस मुहिम में हम सिर्फ घर पर रहते हुए भी हिस्सा लें। पुलिस और प्रशासन भी यही कोशिश कर रहा है और इनकी इसी मेहनत को सलाम करते हुए यह वीडियो बनाने का आइडिया आया था।
गीत के बोल भारतीयों की हिम्मत और धैर्य पर आधारित है जिसमें कहा गया है कि भारत के लिए आप कुछ दिनों के लिए घरों रहे। जल्द ही उम्मीद का सूरज निकलेगा और इन सूने गलियों-चौराहों पर रौनक लौट आएगी। गीत और संगीत राहुल भट्ट का है और पुरुषार्थ जैन व राहुल भट्ट ने स्वर दिया है। एडिटिंग जय बी घाड़ीलाल की है। म्यूजिशियन टीम में की-बोर्ड पर भवानी शंकर मालवीय, बांसुरी पर अतुल कृष्णन और गिटार पर समर्थ देसाई ने अपना कमाल दिखाया है। मिक्स मास्टर राजुल चौधरी हैं।

ये हैं गीत के बोल

घनघोर अंधेरों में भी, उम्मीद का सूरज निकलेगा

सूनी पड़ी इन गलियों में, हर भारत वासी निकलेगा

न थके हुए हैं, न झुके हुए, अपनों की खातिर हम रुके हुए,

ये देश प्रेम है सबके लिए, सबको मिलकर चलना होगा,

बस कुछ दिन अपने घरों में, भारत के लिए रहना होगा..

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