ग्रे शेड्स वाले किरदारों की ओर खास आकर्षण: नमिता लाल

सब्ज़ी विक्रेता से लेकर भारतीय मसाज थेरेपिस्ट तक, नमिता लाल ने अपने करियर में कई तरह के किरदार निभाए हैं। लिहाफ, फुटबॉल – द गोल, ऑक्सीजन और इन गलियों में जैसी फिल्मों से पहचान बनाने वाली नमिता को उनके बेहतरीन अभिनय के लिए कई सराहनाएँ भी मिली हैं। लेकिन वे यहीं रुकने को तैयार नहीं हैं और अपने करियर में आगे और भी नए आयाम तलाशने की इच्छुक हैं।

उन्होंने कहा, “मुझे अलग-अलग तरह के किरदार निभाने की बहुत चाहत है, और अभी भी बहुत सारे ऐसे रोल हैं जिन्हें मैं एक्सप्लोर करना चाहती हूँ। खासकर, मैं उन किरदारों की ओर ज्यादा आकर्षित होती हूँ, जिनमें ग्रे शेड्स हों, जैसे कि कोई डॉन या फिर मजबूत महिला-केंद्रित भूमिकाएँ। इंटरनेशनल सिनेमा और वेब सीरीज़ में ऐसे दमदार किरदार देखने को मिलते हैं, जैसे नोमैडलैंड जैसी फिल्मों में या हाल ही में ऑस्कर जीतने वाली फिल्मों में। मुझे लगता है कि मैं भाग्यशाली रही हूँ कि अब तक लगभग दस फिल्मों और सीरीज़ में काम कर चुकी हूँ, जहाँ मुझे अलग-अलग तरह के किरदार निभाने का मौका मिला।”

उन्होंने आगे कहा, “आगे बढ़ते हुए, मैं यह सुनिश्चित करना चाहती हूँ कि मैं विविधतापूर्ण किरदार निभाती रहूँ और किसी एक छवि में बंधकर न रह जाऊँ। अधिकतर प्रोजेक्ट्स मुझे ऑफर होते हैं, लेकिन मैं अपने किरदारों के चुनाव को लेकर काफी चयनशील भी हूँ। अलग-अलग किरदारों और उनकी ज़िंदगी को एक्सप्लोर करना ही मेरे जुनून की असली वजह है, और मैं इसे हमेशा बनाए रखना चाहती हूँ।”

हॉरर-कॉमेडी जॉनर के प्रति अपने प्यार को ज़ाहिर करते हुए उन्होंने कहा, “मुझे स्त्री जैसी हॉरर-कॉमेडी फिल्में बेहद पसंद हैं, और मैं इस जॉनर में काम करने के लिए बेहद उत्साहित रहूँगी।”

एक अभिनेता के रूप में उन्हें क्या सबसे ज़्यादा रोमांचित करता है, इस पर बात करते हुए उन्होंने कहा, “मुझे किसी किरदार के जूते में उतरना और उसकी नज़र से दुनिया को देखना सबसे रोमांचक लगता है। भले ही परिस्थितियाँ वास्तविक न हों, लेकिन जब हम अभिनय कर रहे होते हैं, तो हम पूरी तरह उसी पल में जीते हैं – न कोई अतीत होता है, न भविष्य, बस वही एक क्षण होता है। उस किरदार में पूरी तरह डूब जाने की फीलिंग ही सबसे बड़ा रोमांच देती है।”

“जब आप पूरी तरह से किरदार में खो जाते हैं, तो वही क्षण सबकुछ बन जाता है। यह मेरे लिए एक गहरी ध्यानपूर्ण और आध्यात्मिक अनुभूति होती है, और मुझे इसमें बहुत खुशी मिलती है,” नमिता ने अपनी बात समाप्त करते हुए कहा।

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